अष्ट विध सार (Ashtavidha Saar)

by DR. HAMID HUSSAIN
अष्ट विध सार (Ashtavidha Saar)

सारतश्चेति साराण्यष्टौ पुरुषणां बलमान विशेषज्ञानार्थमुपदिष्यन्ते, तद्यथा-त्वग्रक्तमांस मेदोऽस्थिमज्जशुक्र- सत्वानीति। (च. वि. 8/102)

पुरुषों के बल का प्रमाण जानने के लिए आठ प्रकार के सार की परीक्षा करनी चाहिये ये सार (1) त्वक सार, (2) रक्तसार, (3) मांससार, (4) मेदसार, (5) अस्थिसार, (6) मज्जासार, (7) शुक्रसार एवं (8) सत्वसार होता है।

अष्ट विध सार (Ashtavidha Saar)

1. त्वक् सार

लक्षण

त्वचा स्निग्ध (Unctous-skin), श्लक्ष्ण, कोमल, प्रसन्न (Attractive & charmful skin) रोम- सूक्ष्म, अल्प, गम्भीर एवं सुकुमार (Sharp, not thick, distributed, deep rooted and soft and attractvie skin hairs)
यह व्यक्ति सुख (Comfort) सौभाग्य (Prosperity) ऐश्वर्य (wealthy) उपभोग (Luxury life), बुद्धि (inteligent), विद्या (Educated) प्रहर्ष (Pleasure)
life) दीर्घायु (Long life) वाला होता है। (च. वि. 8/103)

2. रक्तसार

कान, नेत्र, मुख, जिह्वा, नाक, ओष्ठ, पाणितल (Palms), पादतल (Sole of foot), नख (Nails), ललाट (Fore head) मेहन स्निग्ध एवं रक्त वर्ण के, शोभा
युक्त चमकदार होते हैं।
सामान्य लक्षण- ऐसा व्यक्ति सुख (Enjoy/comfort life), उद्धता (Active), मेधा (Inteligency), मनस्वित्वं (Mental franquility and tenderness to the person) सुकुमार, कम बल वाला, क्लेश एवं उष्णता को न सहन करने वाला। (Less pain bearer and intolerence to heat)

3. मासंसार

मांससार पुरुष मांस की अधिकता वाला होता है। विशेषतः शंख (Temporal region) ललाट (Forehead), कृकाटिका (Posterior part of neck), अक्षि (Around the eye ball), गण्ड (Cheek), हनु (Jaw), ग्रीवा, उदर (Abdomen), वक्ष (Thorax), हाथ एवं पैर की संधियाँ स्थिर गुरु एवं उपचित होती है।

वह व्यक्ति क्षमाशील, धैर्यवान, लालची नहीं, धनवान विद्यावान, सुखपूर्वक जीवन जीने वाला, आरोग्य (Good health) बलवान (Strength) एवं लम्बी आयु वाला होता है। (Longevity of life) (च. वि. 8/105)

4. मेदसार पुरुष

वर्ण, स्वर, नेत्र, केश, लोम, नख, दन्त, ओष्ठ, मूत्र एवं पुरीष स्निग्ध होते हैं। धनी, ऐश्वर्यवाला, सुख से जीवन जीने वाला उपभोग करने वाला (Do enjoy luxurious life) सुकुमार सेवाभावी होता है। (च. वि. 8/106)

5. अस्थिसार पुरुष

अस्थिसार पुरुष की अस्थियाँ दृढ़ एवं बड़ी होती हैं। विशेषतः पार्ष्णि (Heal), गुल्फ (Ankles), जानु (Knee), अरत्नि (Wrist), चिबुक (Chin), शिर बड़े
एवं दृढ़ होते हैं।

पर्व संधि मोटी होती है।

दांत एवं नख बहुत दृढ़ होते हैं।

अधिक उत्साह वाले (Very enthusiastic), अति क्रियाशील (Very active) कष्ट को सहन करने वाले, स्थिर शरीर वाले एवं दीर्घायु होते हैं। (च. वि. 8/ 107)

6. मज्जासार

मृदु अङ्गवाला, बलवान, स्निग्ध वर्ण एवं स्वर वाला, स्थूल, मोटी एवं गोल संधिवाला दीर्घायु, बलवान, शास्त्रों के ज्ञाता, विशिष्ट ज्ञान के
ज्ञाता, संतान वाले एवं सम्मानीय होते हैं। (च. वि. 8/108)

अकृश (दुर्बल नहीं), उत्तम बल वाले, स्निग्ध एवं गम्भीर स्वर वाले, भाग्यवान बड़े नेत्र वाले मज्जासार होते हैं। (सु. सू. 35/16)

7. शुक्रसार

शान्त (Very calm in nature), सुन्दर (Pleasing look) क्षीण पूर्ण लोचना (दुग्ध के समान श्वेत वर्ण के नेत्र वाला), बहुत काम वेग वाले अथवा अत्यधिक
प्रसन्न रहने वाले, स्निग्ध, गोल, दृढ़, परस्पर मिले हुए दांत वाला, वर्ण एवं स्वर निर्मल हो, कान्तिमान एवं भारी नितम्ब वाले शुक्रसार होते हैं।

शुक्रसार पुरुष स्त्रियों के प्रिय, सुख, ऐश्वर्यवान, आरोग्य, धन, सम्मान एवं संतान वाले होते हैं। (च. वि. 8/109)

8. सत्वसार

स्मृति वाला, भक्तिमान (Devotion), कृतज्ञ, बुद्धिमान, पवित्र, उत्साह वाला, दक्ष, धीर होता है। पराक्रम पूर्वक युद्ध लडने वाले, विषाद से रहित, गति स्थिर बुद्धि एवं चेष्टा, गम्भीर, कल्याणकारी विषयों में मन एवं बुद्धि को लगाने वाले। स्मृतिमन्तो भक्तिमन्तः कृतज्ञाः प्राज्ञाः शुचयोः महोत्साहा दक्षा धीराः समर-विक्रान्तयो- धिनस्त्यक्तविषादाः सुव्यवस्थित गतिगम्भीरचेष्टाः कल्याणाभिनिवेश्चसत्वसाराः। (च.वि. 8/110)

सर्वसार पुरुष के लक्षण

तत्र सर्वैः सारैरुपेताः पुरुषा भवन्त्यतिबलाः परमसुखयुक्ताः क्लेशसहाः सर्वारम्भेष्वात्मनि जातप्रत्ययाः कल्याणभिनिवेशिनः स्थिरसमाहितशरीराः सुसमाहितगतयः सानुनादस्निग्धगम्भीरमहास्वराः सुखैश्वर्यवित्तोपभोग समानभाजो मन्दजरसो मंदविकाराः प्रायस्तुल्यगुणविस्तीर्णापत्याश्चिरजीवनश्च।। (च. वि. 8/111)

  1. अतिबला (अत्यधिक बल वाले) (More strenth)
  2. परमसुखयुक्त (अधिक सुख वाले) (More happiness)
  3. क्लेशसह (कष्ट सहन करने की क्षमता वाले) (Ablity to face or bearer of difficulties)
  4. सभी कार्यो में अपना आत्मविश्वास रखने वाले (Confidency in doing any activity)
  5. निरन्तर कल्याणकारी कार्यों में अपने मन एवं बुद्धि को लगाने वाले
  6. स्थिर एवं संगठित शरीर वाला (Well formed, well built firm body)
  7. सुसमाहित गति वाले (Movement is very proper)
  8. सुख, धन, एश्वर्य युक्त होते हैं।
  9. जल्दी से बुढापा नहीं आता है।
  10. रोग जल्दी से नहीं होते हैं।
  11. समान गुण वाली संतान उत्पन्न करने वाले होते हैं।
  12. अधिक आयु वाले होते हैं।

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